7वें प्राकृतिक चिकित्सा दिवस समारोह की मुख्य विशेषताएं
प्राकृतिक चिकित्सा पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (के.यो.प्रा.चि.अ.प.) द्वारा आयोजित प्राकृतिक चिकित्सा पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एक प्रतिष्ठित वार्षिक कार्यक्रम है। 7वें प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित, इस वर्ष की थीम, "स्वास्थ्यमय बुढ़ापे और दीर्घायु के लिए प्राकृतिक चिकित्सा", जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने और बढ़ती और वृद्धावस्था के दौरान स्वस्थ बने रहने की क्षमता को बढ़ावा देने में प्राकृतिक उपचारों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है। यह वैश्विक मंच प्राकृतिक चिकित्सा में साक्ष्य-आधारित प्राकृतिक चिकित्सा के उपचारों पर चर्चा करने, विचार साझा करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के स्वास्थ्य पेशेवरों, शोधकर्ताओं, चिकित्सकों, छात्रों और जिज्ञासुओं को एक साथ लाता है। इस सम्मेलन का उद्देश्य सहयोग को बढ़ावा देना, वैज्ञानिक समझ को आगे बढ़ाना और पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल की प्रथाओं के साथ एकीकृत करना है।
कार्यशाला
अभ्यास और प्रशिक्षण:
1. योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञों के नेतृत्व में तत्क्षण शिक्षण पर कार्यशालाएँ।
2. विषय निम्नलिखित हैं:
2.1 चलने फिरने और स्वस्थ जोड़ों के लिए प्राकृतिक उपचार।
2.2 बढ़ती उम्र के साथ संचित विषतता का उपचार।
2.3 योग और सचेतनता के माध्यम से तनाव प्रबंधन तकनीकें।
3. प्रत्येक कार्यशाला उपस्थित लोगों के ज्ञान को सशक्त बनाने के साथ साथ उन्हे जोड़ती है।
लक्षित श्रोता:
1. चिकित्सकों, शोधकर्ताओं, छात्रों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के लिए।
सम्मेलन के उद्देश्य
1. वृद्ध लोगों के बीच प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देना: उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार और दीर्घायु बढ़ाने में प्राकृतिक चिकित्सा के महत्व पर प्रकाश डालना।
2. वैज्ञानिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना: प्राकृतिक चिकित्सा और समग्र स्वास्थ्य देखभाल में अपने निष्कर्षों और नवाचारों को प्रस्तुत करने के लिए वैश्विक शोधकर्ताओं के लिए एक मंच का निर्माण।
3. सहयोग को प्रोत्साहित करना: एकीकृत चिकित्सा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय हितधारकों के बीच एक पुल का निर्माण करना।
4. अगली पीढ़ी को सशक्त बनाना: कार्यशालाओं, पैनल चर्चाओं और अनुसंधान प्रस्तुतियों के माध्यम से छात्रों और अभ्यासकर्ताओं को प्रेरित करना।